Monday, January 28, 2013

ख्वाबों में हैं जो फासले, वोही होते हैं जिंदगी के हौंसले

ख्वाबों में हैं जो फासले,
वोही होते हैं जिंदगी के हौंसले !!!

डगमगाती हैं जीवन के नैया,
हार जाती हैं वो देख के भूलभुलैया,
बिना रुके बिना थके जो चला जाता हैं,
पाता हैं वोही अंधेरों में दिया !!!                                                          

बंद दरवाजों के पीछे दबे हैं जो अरमान,
क्या निकाल पाना उन्हें हैं आसान,
कोशिशे सच्चे दिल से हो तो क्या नहीं मुम्किन,
अगर ठान लेंगे तो जरूर देख पायेंगे सुबह वोह हसीन !!!

छाव में छुपने में क्या मजा हैं,
आओ जरा धुप सेख ले,
धरती पे तो सभी चलते हैं,
आओ आज आसमान की सैर कर ले,
सिर्फ जीना नहीं आदमी की पहचान,
मर के भी अमर हो जाए, वोही सच्ची 'इंसान' !!!

ख्वाबों में हैं जो फासले,
वोही होते हैं जिंदगी के हौंसले !! 

----------------------- अनुराग ---------------------

No comments: